वैश्विक उथल-पुथल 2025: इज़राइल-ईरान संघर्ष, रूस-यूक्रेन युद्ध और अन्य प्रमुख वैश्विक घटनाएँ – एक गहन विश्लेषण
परिचय
17 जून, 2025 को वैश्विक समाचार परिदृश्य दो प्रमुख संघर्षों से घिरा हुआ है: इज़राइल-ईरान के बीच बढ़ता युद्ध और यूक्रेन के खिलाफ रूस की चल रही सैन्य कार्रवाई, विशेष रूप से कीव पर हालिया हमला। ये घटनाएँ न केवल संबंधित क्षेत्रों में गंभीर मानवीय और आर्थिक संकट पैदा कर रही हैं, बल्कि पूरे विश्व की सुरक्षा और स्थिरता के लिए भी गहरी चिंता का विषय बन गई हैं। इस विस्तृत समाचार ब्लॉग में, हम इन महत्वपूर्ण घटनाओं का गहनता से विश्लेषण करेंगे, साथ ही कुछ अन्य वैश्विक विकासों पर भी प्रकाश डालेंगे जो इस जटिल समय में महत्वपूर्ण हैं। हमारा लक्ष्य पाठकों को नवीनतम और व्यापक जानकारी प्रदान करना है ताकि वे वैश्विक परिदृश्य की गहन समझ विकसित कर सकें।
इज़राइल-ईरान संघर्ष: बढ़ता तनाव और वैश्विक निहितार्थ
इज़राइल और ईरान के बीच का संघर्ष एक बेहद गंभीर और निर्णायक मोड़ पर पहुँच गया है। दोनों देश लगातार पाँचवें दिन एक-दूसरे पर हमले कर रहे हैं, जिससे इस क्षेत्र में तनाव अभूतपूर्व स्तर पर पहुँच गया है। इस बढ़ती शत्रुता के परिणामस्वरूप भारी संख्या में हताहत हुए हैं। ईरान ने रिपोर्ट दी है कि शत्रुता शुरू होने के बाद से उसके 224 नागरिक मारे गए हैं, जबकि इज़राइल ने 24 लोगों के मारे जाने की पुष्टि की है। ये आँकड़े संघर्ष की भयावहता और नागरिकों पर इसके विनाशकारी प्रभाव को स्पष्ट रूप से दर्शाते हैं।
हमलों की प्रकृति और लक्ष्य:
हालिया रिपोर्टों से पता चलता है कि इज़राइली हवाई हमलों ने ईरान के एक भूमिगत परमाणु स्थल को कथित तौर पर नुकसान पहुँचाया है। संयुक्त राष्ट्र परमाणु निगरानी संस्था ने भी इन रिपोर्टों की पुष्टि की है, जिससे इस संघर्ष की गंभीरता और रणनीतिक आयाम सामने आते हैं। इज़राइल ने दावा किया है कि उसने तेहरान के आसमान पर नियंत्रण कर लिया है और ईरान की परमाणु और मिसाइल सुविधाओं को निशाना बनाया है। यह एक महत्वपूर्ण विकास है, क्योंकि परमाणु और मिसाइल सुविधाएँ किसी भी देश की राष्ट्रीय सुरक्षा और सैन्य क्षमताओं का महत्वपूर्ण हिस्सा होती हैं। इसके अतिरिक्त, एक इज़राइली हमले के दौरान ईरानी राज्य टेलीविजन का सीधा प्रसारण भी बाधित हो गया, जो साइबर युद्ध या प्रत्यक्ष हमले की क्षमता को दर्शाता है।
इज़राइली प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने दावा किया है कि इज़राइली हमलों ने ईरान की तीन प्रमुख परमाणु सुविधाओं को निशाना बनाया है। उनका मानना है कि इन हमलों से ईरान के परमाणु कार्यक्रम को बड़ा झटका लगा होगा, हालांकि नुकसान की वास्तविक सीमा अभी भी स्पष्ट नहीं है। यह जानकारी इस बात पर ज़ोर देती है कि इज़राइल ईरान की परमाणु क्षमताओं को कमज़ोर करने के लिए कितना प्रतिबद्ध है।
दूसरी ओर, ईरानी हमलों ने इज़राइल में भी स्पष्ट क्षति पहुँचाई है। हर्ज़लिया में जलती हुई बस और इबथान में मिसाइल हमले के वीडियो सामने आए हैं, जो संघर्ष की पहुँच और इज़राइली नागरिकों पर इसके प्रभाव को रेखांकित करते हैं। इज़राइल के हाइफ़ा तेल रिफाइनरी पर भी हमला हुआ, जिसमें बाज़न समूह के तीन कर्मचारियों की मौत हो गई और सुविधाएँ बंद हो गईं। हालाँकि इस हमले से तत्काल ईंधन की कमी नहीं हुई है, लेकिन इसके व्यापक आर्थिक और सुरक्षा निहितार्थ चिंताजनक हैं।
नागरिकों पर प्रभाव और विस्थापन:
संघर्ष की तीव्रता का सीधा असर आम नागरिकों पर पड़ रहा है। कई ईरानी नागरिक तेहरान से मज़ंदरान की ओर पलायन कर रहे हैं। यह यात्रा, जो आमतौर पर 3 घंटे की होती है, अब 14 घंटे लग रही है, जो सड़क मार्ग पर भीड़ और सुरक्षा चुनौतियों को दर्शाती है। मज़ंदरान की क्षमता 10 मिलियन लोगों को समायोजित करने की है, जिससे यह विस्थापित लोगों के लिए एक महत्वपूर्ण आश्रय स्थल बन गया है। यह बड़े पैमाने पर विस्थापन इस बात का प्रमाण है कि नागरिक संघर्ष की सबसे बड़ी कीमत चुका रहे हैं।
अमेरिकी भागीदारी और डोनाल्ड ट्रंप की भूमिका:
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप इस इज़राइल-ईरान संघर्ष में सक्रिय रूप से शामिल हैं। उन्होंने G7 शिखर सम्मेलन को भी बीच में ही छोड़ दिया था ताकि ईरान-इज़राइल संघर्ष को संबोधित कर सकें। ट्रंप ने तेहरान को तुरंत खाली करने की चेतावनी दी है। उनकी प्रशासन का ध्यान इन संकटों पर केंद्रित है। ट्रंप "वास्तविक अंत" की तलाश में हैं, न कि केवल एक युद्धविराम की। उन्होंने अमेरिकी खुफिया जानकारी के दावों पर भी सवाल उठाया है कि ईरान परमाणु हथियार विकसित करने से अभी कई साल दूर है। उनकी यह स्थिति संघर्ष को समाप्त करने के लिए एक निर्णायक दृष्टिकोण को दर्शाती है।
आर्थिक प्रभाव और वैश्विक बाज़ार:
इज़राइल-ईरान संघर्ष के आर्थिक निहितार्थ व्यापक और गंभीर हैं। यह संघर्ष वैश्विक बाज़ारों पर नकारात्मक प्रभाव डाल रहा है। विशेष रूप से, यह होर्मुज़ जलडमरूमध्य के माध्यम से तेल आपूर्ति को बाधित करने की धमकी देता है। इस जलडमरूमध्य से प्रतिदिन 20 मिलियन बैरल तेल गुजरता है। यदि यह मार्ग बाधित होता है, तो तेल की कीमतें 100 डॉलर प्रति बैरल तक बढ़ सकती हैं। सीएनएन ने भी इस संभावित वृद्धि की रिपोर्ट दी है। तेल की कीमतों में यह वृद्धि वैश्विक अर्थव्यवस्थाओं के लिए, और विशेष रूप से भारत जैसे देशों के लिए गंभीर चुनौतियाँ पैदा कर सकती है, जो अपनी ऊर्जा आवश्यकताओं के लिए आयात पर बहुत अधिक निर्भर हैं। व्यापार में व्यवधान भी वैश्विक आपूर्ति श्रृंखलाओं को प्रभावित कर सकता है।
वैश्विक प्रतिक्रियाएँ:
विश्व के विभिन्न देशों और संगठनों ने इस संघर्ष पर अपनी प्रतिक्रियाएँ व्यक्त की हैं। चीनी नेता शी जिनपिंग ने गहरी चिंता व्यक्त की है और संप्रभुता का उल्लंघन करने वाली कार्रवाइयों का विरोध किया है। उन्होंने शांति बहाल करने में मदद करने की भी पेशकश की है। कतर अमेरिका के साथ प्रतिदिन इस संघर्ष को समाप्त करने के लिए बातचीत कर रहा है, हालांकि अभी तक कोई मांग का आदान-प्रदान नहीं हुआ है। कतर ने ऊर्जा सुरक्षा जोखिमों के बारे में भी चेतावनी दी है। बीस अरब और मुस्लिम देशों ने इज़राइली हमलों की निंदा की है और तनाव कम करने तथा परमाणु-मुक्त मध्य पूर्व के लिए आह्वान किया है।
अन्य विकासों में, ईरान के बैंक सिपाह में एक साइबर हमला हुआ, जिससे संभवतः गैस स्टेशन प्रभावित हुए, और एक इज़राइल-लिंक्ड समूह ने इसकी जिम्मेदारी लेने का दावा किया है। विभिन्न दूतावास अपने नागरिकों को आश्रय लेने की सलाह दे रहे हैं, और भारतीय और पाकिस्तानी नागरिकों के लिए निकासी जारी है। ये सभी घटनाएँ दर्शाती हैं कि संघर्ष का दायरा केवल सैन्य नहीं है, बल्कि इसमें आर्थिक, साइबर और मानवीय आयाम भी शामिल हैं।
रूस का कीव पर हमला: जारी शत्रुता
इज़राइल-ईरान संघर्ष के साथ-साथ, रूस-यूक्रेन युद्ध भी एक महत्वपूर्ण वैश्विक चिंता का विषय बना हुआ है। 17 जून, 2025 को, रूस ने कीव पर एक बड़ा ड्रोन और मिसाइल हमला किया, जो रूस-यूक्रेन युद्ध में एक महत्वपूर्ण वृद्धि को दर्शाता है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X ने "बड़े पैमाने पर रूसी ड्रोन हमले" की रिपोर्ट दी है, जिसमें आग लगने और आवासीय भवनों को नुकसान पहुँचाने की बात कही गई है, जिससे कई लोग घायल हुए हैं। रिपोर्टों में किनझाल, बैलिस्टिक और ड्रोन के शामिल होने वाले लगातार विस्फोटों का भी उल्लेख है, जो नागरिकों को निशाना बना रहे हैं।
हमले का संदर्भ और अमेरिकी दृष्टिकोण:
इस हमले का समय अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप की टिप्पणियों के साथ मेल खाता है, जिन्होंने यह नोट किया था कि यूक्रेन की कार्रवाइयों ने रूस को जवाबी कार्रवाई का कारण दिया है। रिपोर्टें बताती हैं कि अमेरिका कीव को सहायता में कटौती कर सकता है, जिससे अंतर्राष्ट्रीय समर्थन की जटिलता बढ़ जाती है। इन हमलों की चल रही प्रकृति, जिसमें रणनीतिक बमवर्षक और संभावित क्रूज़ मिसाइल लॉन्च शामिल हैं, यूक्रेन में अस्थिर स्थिति को रेखांकित करती है, जहाँ नागरिक संघर्ष का खामियाज़ा भुगत रहे हैं। यह हमला यूक्रेन के 'ऑपरेशन स्पाइडर वेब' के लिए जवाबी कार्रवाई के रूप में भी देखा जा रहा है, और यह हमले 1 जून, 2025 से चल रहे हैं।
रूस की व्यापक कार्रवाई:
रूस की व्यापक कार्रवाइयाँ, जैसे कि 7 जून, 2025 को खार्किव और खेरसॉन पर रिपोर्ट किए गए हमले, शत्रुता के बढ़ते दायरे को दर्शाते हैं। इन क्षेत्रों में कम से कम पाँच लोग मारे गए हैं। यह स्पष्ट है कि रूस अपनी सैन्य कार्रवाई को यूक्रेन के विभिन्न हिस्सों में फैला रहा है, जिससे नागरिक आबादी के लिए खतरा बढ़ रहा है।
अन्य महत्वपूर्ण वैश्विक घटनाएँ
इन दो प्रमुख संघर्षों के अलावा, अन्य महत्वपूर्ण वैश्विक विकास भी हुए हैं:
G7 शिखर सम्मेलन: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ईरान-इज़राइल संघर्ष को संबोधित करने के लिए कनाडा में G7 शिखर सम्मेलन से जल्दी निकल गए। उन्होंने तेहरान को तुरंत खाली करने की चेतावनी दी। भारतीय प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने शिखर सम्मेलन में भाग लिया, जो उनकी लगातार छठी भागीदारी थी। मध्य पूर्व में तनाव शिखर सम्मेलन की चर्चाओं पर हावी रहा। यह दर्शाता है कि वैश्विक नेताओं के एजेंडे पर ये संघर्ष कितनी प्रमुखता से हैं और अंतरराष्ट्रीय सहयोग के लिए कितने महत्वपूर्ण हैं।
एयर इंडिया विमान दुर्घटना: 12 जून को लंदन जाने वाली एयर इंडिया की एक उड़ान अहमदाबाद, भारत के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गई। इस त्रासदी में 240 से अधिक लोगों की मौत हो गई, जिसमें गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रुपाणी भी शामिल थे। एक उच्च-स्तरीय समिति दुर्घटना के कारणों की जांच कर रही है, और अब तक 119 पीड़ितों की पहचान की जा चुकी है। इस दुर्घटना से 39.4 बिलियन रुपये का बीमा दावा हुआ, जो भारत के विमानन इतिहास में सबसे बड़े दावों में से एक है। यह घटना विमानन सुरक्षा और आपातकालीन प्रतिक्रिया के महत्व को रेखांकित करती है।
पंचकूला, भारत में स्थानीय मुद्दे: पंचकूला, हरियाणा के निवासी अत्यधिक गर्मी के बीच अनियमित बिजली आपूर्ति का सामना कर रहे हैं, भले ही स्थानीय अधिकारियों का दावा है कि संचालन सुचारू रूप से चल रहा है। यह दर्शाता है कि स्थानीय प्रशासन को बुनियादी सुविधाओं को बनाए रखने में चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। इसके अतिरिक्त, नशे में गाड़ी चलाने पर पुलिस की कार्रवाई के परिणामस्वरूप चार दिनों में 96 चालान जारी किए गए, जो सड़क सुरक्षा के प्रति अधिकारियों की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
अमेरिकी समाचार: ट्रंप प्रशासन 36 अतिरिक्त देशों को शामिल करने के लिए अपने यात्रा प्रतिबंध का विस्तार करने पर विचार कर रहा है। अमेरिकी मरीन को लॉस एंजिल्स में नागरिकों को हिरासत में लेने के अधिकार के साथ तैनात किया जाना है, जो आव्रजन नीतियों और विरोध प्रदर्शनों पर बढ़ते तनाव के बीच है। यह अमेरिकी आंतरिक सुरक्षा और नागरिक स्वतंत्रता के लिए संभावित निहितार्थों को इंगित करता है।
मनोरंजन और तकनीक: मनोरंजन और तकनीक के क्षेत्र में भी कुछ नए विकास हुए हैं। मंगा हरुकाज़े माउंट ने वीकली शोनन जंप में डेब्यू किया है, जिसे इसकी कलाकृति और कहानी के लिए प्रशंसा मिली है। यह एनीमे और मंगा उद्योग में एक नए टैलेंट के उदय का संकेत है। वनप्लस भारत में 8 जुलाई को नॉर्ड 5 स्मार्टफोन लॉन्च करने की तैयारी कर रहा है, जिसमें स्नैपड्रैगन 8s जेन 3 चिपसेट जैसे हाई-एंड स्पेक्स होंगे। यह स्मार्टफोन बाजार में लगातार हो रहे नवाचार और प्रतिस्पर्धा को दर्शाता है।
कांग्रेस की आपातकालीन ब्रीफिंग: इन संघर्षों के बीच, कांग्रेस सुरक्षा पर आपातकालीन ब्रीफिंग कर रही है, जो इज़राइल-ईरान और रूस-यूक्रेन स्थितियों से संबंधित होने की संभावना है। यह वैश्विक सुरक्षा चुनौतियों पर विधायिका की गंभीरता और सक्रियता को दर्शाता है।
निष्कर्ष
17 जून, 2025 तक की नवीनतम खबरें इज़राइल-ईरान संघर्ष के बढ़ने से छाई हुई हैं, जिसमें महत्वपूर्ण हताहत और वैश्विक आर्थिक जोखिम शामिल हैं। साथ ही, रूस के कीव पर बड़े पैमाने पर हमले ने नागरिकों को घायल किया है और बुनियादी ढांचे को नुकसान पहुँचाया है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की दोनों संकटों में भागीदारी अंतर्राष्ट्रीय आयाम को उजागर करती है, जबकि अतिरिक्त सुरक्षा और आर्थिक चिंताएँ वैश्विक परिदृश्य की जटिलता को रेखांकित करती हैं। यह स्पष्ट है कि दुनिया एक चुनौतीपूर्ण दौर से गुजर रही है, जहाँ संघर्ष, आर्थिक अनिश्चितताएँ और मानवीय संकट एक साथ घटित हो रहे हैं। वैश्विक समुदाय को इन चुनौतियों का सामना करने के लिए एकजुटता और प्रभावी कूटनीति की आवश्यकता है, ताकि शांति और स्थिरता की राह तलाशी जा सके। इन घटनाओं का गहरा प्रभाव वैश्विक राजनीति, अर्थव्यवस्था और समाज पर जारी रहेगा, और भविष्य में इनके परिणामों पर नज़र रखना महत्वपूर्ण होगा।
17 जून, 2025 की खबरों पर आधारित 50 प्रश्न-उत्तर
प्रश्न: संयुक्त राष्ट्र परमाणु निगरानी संस्था के अनुसार, इजरायली हवाई हमलों ने ईरान की किस प्रकार की साइट को नुकसान पहुंचाया है
उत्तर: एक ईरानी भूमिगत परमाणु साइट को।
प्रश्न: इजराइल ने संघर्ष के संबंध में किस पर नियंत्रण का दावा किया है
उत्तर: तेहरान के आसमान पर।
प्रश्न: इजराइल ने किन सुविधाओं को निशाना बनाया है
उत्तर: परमाणु और मिसाइल सुविधाओं को।
प्रश्न: इजरायली हमले के दौरान ईरानी सरकारी टीवी कैसे बाधित हुआ
उत्तर: एक सीधा प्रसारण बाधित हो गया।
प्रश्न: इस चल रहे संघर्ष का वैश्विक बाजारों पर क्या प्रभाव पड़ रहा है
उत्तर: यह वैश्विक बाजारों को प्रभावित कर रहा है।
प्रश्न: संघर्ष के कारण भारत को किन संभावित आर्थिक चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है
उत्तर: तेल की बढ़ती कीमतों और व्यापार में व्यवधान के कारण संभावित आर्थिक चुनौतियाँ।
प्रश्न: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप जी7 शिखर सम्मेलन से जल्दी क्यों चले गए
उत्तर: ईरान-इजराइल संघर्ष को संबोधित करने के लिए।
प्रश्न: ट्रंप ने जी7 शिखर सम्मेलन में तेहरान को क्या चेतावनी दी
उत्तर: तुरंत खाली करने की चेतावनी दी।
प्रश्न: भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जी7 शिखर सम्मेलन में कितनी बार भाग लिया है
उत्तर: यह उनकी लगातार छठी भागीदारी थी।
प्रश्न: जी7 शिखर सम्मेलन में किन चर्चाओं का बोलबाला रहा
उत्तर: मध्य पूर्व के तनाव का।
प्रश्न: एयर इंडिया की लंदन जाने वाली उड़ान कब और कहाँ दुर्घटनाग्रस्त हुई
उत्तर: 12 जून को अहमदाबाद, भारत के पास।
प्रश्न: एयर इंडिया विमान दुर्घटना में कितने लोग मारे गए
उत्तर: 240 से अधिक लोग।
प्रश्न: एयर इंडिया दुर्घटना के पीड़ितों में कौन शामिल था
उत्तर: गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रुपाणी।
प्रश्न: एयर इंडिया दुर्घटना के लिए बीमा दावा राशि कितनी है
उत्तर: ₹39.4 बिलियन।
प्रश्न: हरियाणा के पंचकूला में बिजली आपूर्ति की मौजूदा स्थिति क्या है
उत्तर: अत्यधिक गर्मी के बीच निवासियों को अनियमित बिजली आपूर्ति का सामना करना पड़ रहा है।
प्रश्न: पंचकूला में शराब पीकर गाड़ी चलाने पर पुलिस की कार्रवाई का क्या परिणाम रहा
उत्तर: चार दिनों में 96 चालान जारी किए गए।
प्रश्न: ट्रंप प्रशासन कितने अतिरिक्त देशों को अपने यात्रा प्रतिबंध में शामिल करने पर विचार कर रहा है
उत्तर: 36 अतिरिक्त देश।
प्रश्न: लॉस एंजिल्स में तैनात होने पर अमेरिकी मरीन को क्या अधिकार होंगे
उत्तर: नागरिकों को हिरासत में लेने का अधिकार।
प्रश्न: वीकली शोनेन जंप में पदार्पण करने वाले मंगा का नाम क्या है
उत्तर: हारुकाज़े माउंट।
प्रश्न: हारुकाज़े माउंट को किस बात के लिए प्रशंसा मिली
उत्तर: अपनी कलाकृति और कहानी कहने के लिए।
प्रश्न: वनप्लस भारत में नॉर्ड 5 स्मार्टफोन कब लॉन्च करने की तैयारी कर रहा है
उत्तर: 8 जुलाई को।
प्रश्न: वनप्लस नॉर्ड 5 में कौन सा हाई-एंड चिपसेट होगा
उत्तर: स्नैपड्रैगन 8एस जेन 3 चिपसेट।
प्रश्न: इजराइल-ईरान संघर्ष कब से हमलों के साथ बढ़ रहा है
उत्तर: पांच दिनों से।
प्रश्न: इजराइल-ईरान संघर्ष के क्या प्रभाव बताए गए हैं
उत्तर: महत्वपूर्ण हताहतों और वैश्विक चिंता का कारण।
प्रश्न: रूस ने कीव पर बड़े पैमाने पर ड्रोन और मिसाइल हमला कब किया
उत्तर: 17 जून, 2025 को।
प्रश्न: कीव पर रूस के हमले के क्या प्रभाव हुए
उत्तर: कई लोग घायल हुए और आवासीय क्षेत्रों को नुकसान हुआ।
प्रश्न: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप इजराइल-ईरान संघर्ष के संबंध में क्या चाहते हैं
उत्तर: एक "वास्तविक अंत"।
प्रश्न: इजराइल-ईरान संघर्ष के कारण तेल की कीमतों के संबंध में क्या प्रमाण हैं
उत्तर: तेल की कीमतों में संभावित उछाल।
प्रश्न: मौजूदा संघर्षों के खंड में बताए अनुसार इजराइल-ईरान युद्ध कितने दिनों से चल रहा है
उत्तर: अपने पांचवें दिन में प्रवेश कर रहा है।
प्रश्न: इजराइल-ईरान युद्ध में क्या कार्रवाइयाँ शामिल हैं
उत्तर: हवाई हमले और नागरिक निकासी, विशेषकर तेहरान से।
प्रश्न: कीव पर रूस के हमले में किस प्रकार के हमले शामिल थे
उत्तर: ड्रोन और मिसाइलें।
प्रश्न: ये घटनाएँ (इजराइल-ईरान, रूस-यूक्रेन) विश्व स्तर पर क्या बढ़ा रही हैं
उत्तर: वैश्विक सुरक्षा चिंताएँ।
प्रश्न: डोनाल्ड ट्रंप इजराइल-ईरान संघर्ष के संबंध में किस बात पर जोर दे रहे हैं
उत्तर: एक निर्णायक अंत पर।
प्रश्न: ट्रंप ने ईरानियों को क्या विशेष चेतावनी दी
उत्तर: खाली करने की।
प्रश्न: इजराइल-ईरान संघर्ष तेल आपूर्ति को कैसे खतरा पहुंचाता है
उत्तर: होर्मुज जलडमरूमध्य के माध्यम से।
प्रश्न: इस खतरे के कारण तेल की कीमतें संभावित रूप से किस कीमत तक बढ़ सकती हैं
उत्तर: संभावित रूप से 100 डॉलर प्रति बैरल तक।
प्रश्न: 17 जून, 2025 तक वैश्विक समाचार परिदृश्य पर हावी दो प्रमुख संघर्ष कौन से हैं
उत्तर: इजराइल-ईरान युद्ध का बढ़ना और यूक्रेन के खिलाफ रूस की चल रही सैन्य कार्रवाई।
प्रश्न: सर्वेक्षण नोट में व्यापक विश्लेषण की तिथि और समय क्या है
उत्तर: मंगलवार, 17 जून, 2025 को रात 09:10 IST तक।
प्रश्न: इजराइल और ईरान लगातार कितने दिनों से हमले कर रहे हैं
उत्तर: लगातार पांचवें दिन से।
प्रश्न: ईरान ने शत्रुता शुरू होने के बाद से कितनी मौतें दर्ज की हैं
उत्तर: 224 मौतें।
प्रश्न: इजराइल ने कितने हताहतों की सूचना दी है
उत्तर: 24 हताहत।
प्रश्न: कई ईरानी कहाँ से कहाँ भाग रहे हैं
उत्तर: तेहरान से मज़ांदरान भाग रहे हैं।
प्रश्न: तेहरान से मज़ांदरान तक की यात्रा में अब सामान्य से कितना अधिक समय लगता है
उत्तर: सामान्य 3 घंटे के बजाय अब 14 घंटे लगते हैं।
प्रश्न: मज़ांदरान कितने लोगों को समायोजित कर सकता है
उत्तर: 10 मिलियन लोगों तक।
प्रश्न: संघर्ष के संबंध में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का क्या रुख है
उत्तर: केवल युद्धविराम के बजाय "वास्तविक अंत" का आह्वान कर रहे हैं।
प्रश्न: ट्रंप किस अमेरिकी खुफिया दावे का खंडन कर रहे हैं
उत्तर: अमेरिकी खुफिया दावों का कि ईरान परमाणु हथियार विकसित करने से कई साल दूर है।
प्रश्न: इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू का दावा है कि इजरायली हमलों ने कितने प्रमुख परमाणु सुविधाओं को निशाना बनाया है
उत्तर: तीन प्रमुख परमाणु सुविधाओं को।
प्रश्न: इजराइल में ईरानी हमलों से क्या दृश्य क्षति हुई, जैसा कि वीडियो में दिखाया गया है
उत्तर: हर्ज्लिया में एक जलती हुई बस और इबथान में एक मिसाइल हमला।
प्रश्न: इजराइल की हाइफ़ा तेल रिफाइनरी पर क्या हुआ
उत्तर: इस पर हमला किया गया, जिसमें तीन बाज़ान समूह के कर्मचारी मारे गए और सुविधाओं को बंद कर दिया गया।
प्रश्न: क्या हाइफ़ा तेल रिफाइनरी पर हमले से ईंधन की कमी हुई है
उत्तर: नहीं, इससे ईंधन की कमी नहीं हुई है।
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