जापान के युवराज हिसाहितो: वयस्कता और राजशाही संकट

जापान के युवराज हिसाहितो: वयस्कता और राजशाही संकट

जापान के युवराज हिसाहितो के वयस्क होने के समारोह ने शाही परिवार में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर चिह्नित किया, क्योंकि वह 40 वर्षों में वयस्कता तक पहुंचने वाले पहले पुरुष उत्तराधिकारी बन गए हैं। ये विस्तृत अनुष्ठान, जिसमें पारंपरिक मुकुट पहनना और शाही महल की यात्रा शामिल थी, उनके नए शाही दर्जे को रेखांकित करते हैं। हालाँकि, इन समारोहों ने जापान की सबसे पुरानी राजशाही के सामने मंडराते संकट को भी उजागर किया। वर्तमान शाही घराना कानून केवल पुरुष उत्तराधिकारियों को सिंहासन के लिए अनुमति देता है, जिसका अर्थ है कि युवराज हिसाहितो के बाद उत्तराधिकार की रेखा प्रभावी रूप से समाप्त हो जाती है। सार्वजनिक समर्थन के बावजूद कि महिलाएं सिंहासन विरासत में ले सकें, राजनीतिक सुधार के प्रयासों में बार-बार गतिरोध आया है, जिससे शाही परिवार का भविष्य अनिश्चित हो गया है।



जापान के युवराज हिसाहितो का ऐतिहासिक राज्याभिषेक: एक शाही संकट और भविष्य की चुनौतियाँ

जापान, अपनी गहरी जड़ों वाली परंपराओं और सदियों पुराने शाही वंश के लिए जाना जाता है, ने हाल ही में एक महत्वपूर्ण ऐतिहासिक क्षण देखा है। युवराज हिसाहितो ने अपनी वयस्कता में प्रवेश किया है, जो पिछले 40 वर्षों में शाही परिवार के पहले पुरुष सदस्य हैं जो वयस्कता की दहलीज पर पहुंचे हैं। शाही महल में आयोजित पारंपरिक वयस्कता समारोहों ने इस 19 वर्षीय युवराज के लिए एक नए अध्याय की शुरुआत की है, जो क्राइसेंथेमम सिंहासन के लिए दूसरे स्थान पर हैं। यह क्षण न केवल युवराज के व्यक्तिगत जीवन में एक मील का पत्थर है, बल्कि यह दुनिया के सबसे पुराने राजशाही के सामने बढ़ती चुनौतियों और संकट को भी रेखांकित करता है।

राज्याभिषेक की भव्य परंपराएँ

युवराज हिसाहितो के वयस्कता समारोहों की शुरुआत सुबह 8:45 बजे क्राउन प्रिंस के निवास पर हुई। इन भव्य और विस्तृत अनुष्ठानों के दौरान, उन्हें सम्राट नारुहितो के दूत से एक पारंपरिक 'कानमुरी' मुकुट प्राप्त हुआ। प्रारंभिक चरण में, युवराज हिसाहितो ने टक्सीडो पहना था, जो आधुनिकता और परंपरा के मिश्रण को दर्शाता था। इसके बाद, उन्होंने अपनी वयस्कता-पूर्व स्थिति का प्रतीक पारंपरिक शाही पोशाक धारण की, जो जापान की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का एक अभिन्न अंग है।

इन प्रारंभिक अनुष्ठानों के बाद, युवराज एक शाही घोड़े से खींची जाने वाली गाड़ी में इंपीरियल पैलेस की ओर रवाना हुए, जो शाही गौरव और गरिमा का प्रतीक है। पैलेस में, 'काकान-नो-गी' नामक औपचारिक मुकुट-पहनने का अनुष्ठान किया गया। इस महत्वपूर्ण क्षण में, परिचारकों ने उनके काले रेशम के हेडबैंड को एक वयस्क मुकुट से बदल दिया, जो उनके शाही कर्तव्यों और जिम्मेदारियों को संभालने की तैयारी का प्रतीक था। इस ऐतिहासिक समारोह के गवाह बनने के लिए सम्राट नारुहितो, महारानी मासाको, और युवराज के माता-पिता क्राउन प्रिंस अकिशिनो और क्राउन प्रिंसेस कीको सहित शाही परिवार के कई महत्वपूर्ण सदस्य उपस्थित थे। यह समारोह न केवल एक युवराज के वयस्क होने का प्रतीक था, बल्कि यह शाही परिवार की निरंतरता और परंपराओं के प्रति उनकी अटूट निष्ठा को भी प्रदर्शित करता था। समारोहों में द ग्रैंड कॉर्डन ऑफ द सुप्रीम ऑर्डर ऑफ द क्राइसेंथेमम प्राप्त करना, पवित्र शिंटो स्थलों का दौरा और प्रधान मंत्री से मुलाकात भी शामिल थी ।

युवराज हिसाहितो: एक युवा विद्वान

युवराज हिसाहितो की वयस्कता का आगमन उनके 18वें जन्मदिन से एक साल के लिए टाल दिया गया था। इस देरी का मुख्य कारण उन्हें विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षाओं पर ध्यान केंद्रित करने के लिए पर्याप्त समय देना था। यह दर्शाता है कि शाही परिवार भी शिक्षा और व्यक्तिगत विकास को कितना महत्व देता है। वर्तमान में, युवराज त्सुकुबा विश्वविद्यालय में जीव विज्ञान के प्रथम वर्ष के छात्र हैं। उनकी अकादमिक रुचियाँ विशेष रूप से ड्रैगनफ्लाइज़ के प्रति उनके गहरे समर्पण से उजागर होती हैं। उन्होंने अपने टोक्यो एस्टेट में कीट सर्वेक्षणों पर एक अकादमिक पेपर के सह-लेखक भी हैं, जो प्रकृति और विज्ञान के प्रति उनके जुनून को दर्शाता है। यह उनकी पहचान को न केवल एक शाही सदस्य के रूप में, बल्कि एक युवा विद्वान और प्रकृति प्रेमी के रूप में भी स्थापित करता है।

दबाव में राजशाही: एक अस्तित्वगत चुनौती

इन भव्य समारोहों की चमक जापान की शाही संस्था के सामने मौजूद अस्तित्वगत चुनौती को छिपा नहीं सकती। हिसाहितो का वयस्कता में प्रवेश उस संकट के केंद्र में है जो जापान के शाही परिवार के उत्तराधिकार को घेरे हुए है। युवराज हिसाहितो के बाद, उत्तराधिकार की पंक्ति प्रभावी रूप से समाप्त हो जाती है। वर्तमान इंपीरियल हाउस लॉ उत्तराधिकार को केवल शाही वंश में पिता से पैदा हुए पुरुषों तक ही सीमित रखता है। यह प्रतिबंध शाही परिवार के भविष्य के लिए गंभीर चिंताएँ पैदा करता है।

इस कठोर कानून के कारण, वर्तमान में केवल तीन पात्र उत्तराधिकारी हैं: 59 वर्षीय क्राउन प्रिंस अकिशिनो, युवराज हिसाहितो स्वयं, और सम्राट के 89 वर्षीय चाचा, प्रिंस हिताची। यह संख्या एक प्राचीन और प्रतिष्ठित राजशाही के लिए बेहद कम है, खासकर जब युवराज हिसाहितो एकमात्र युवा पुरुष उत्तराधिकारी हैं ।

इस स्थिति की जटिलता तब और बढ़ जाती है जब हम सम्राट नारुहितो की 23 वर्षीय बेटी, राजकुमारी ऐको की बात करते हैं। व्यापक जनसमर्थन के बावजूद, राजकुमारी ऐको को पुरुष-केवल नीति के तहत उत्तराधिकार से बाहर रखा गया है। यह नीति न केवल आधुनिक मूल्यों के खिलाफ जाती है, बल्कि यह शाही परिवार के भीतर प्रतिभा और क्षमता के एक महत्वपूर्ण स्रोत को भी अनदेखा करती है। युवराज हिसाहितो की वयस्कता का क्षण इस बात पर प्रकाश डालता है कि वह वर्तमान कानूनों के तहत अंतिम युवा पुरुष उत्तराधिकारी हो सकते हैं जो महिला उत्तराधिकार को बाहर करते हैं ।

अटके हुए राजनीतिक सुधार और जनभावना

जापान में जनता की राय इस मामले पर काफी स्पष्ट है। हालिया सर्वेक्षणों से पता चलता है कि 70 प्रतिशत जापानी महिलाएं को सिंहासन विरासत में लेने की अनुमति देने का समर्थन करते हैं। यह आंकड़ा जापान में एक महत्वपूर्ण सामाजिक बदलाव और आधुनिकता की ओर झुकाव को दर्शाता है। जनता की इस भावना को देखते हुए, प्रतिष्ठित रूढ़िवादी अखबार 'योमीउरी' ने मई में अपने स्वयं के प्रस्ताव जारी किए, जिसमें इंपीरियल हाउस लॉ में तत्काल संशोधन का आह्वान किया गया ताकि राजकुमारियों के पतियों और बच्चों को शाही दर्जा दिया जा सके। यह कदम शाही परिवार के सदस्यों की संख्या को बढ़ाने और उत्तराधिकार की पंक्ति को मजबूत करने में मदद करेगा।

हालांकि, इन मजबूत जनभावना और मीडिया के दबाव के बावजूद, उत्तराधिकार संकट को संबोधित करने के राजनीतिक प्रयास बार-बार ठप हो गए हैं। लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी के वरिष्ठ सलाहकार तारो आसो और संवैधानिक डेमोक्रेटिक पार्टी के नेता योशिहिको नोडा के बीच जून में हुई बातचीत इसका एक प्रमुख उदाहरण है। शुरुआत में, ऐसा लग रहा था कि महिला सदस्यों को शादी के बाद भी शाही दर्जा बनाए रखने की अनुमति देने पर कुछ प्रगति हो सकती है। लेकिन ये चर्चाएँ तब टूट गईं जब आसो ने दिवंगत शाही शाखाओं से पुरुष वंशजों को भी अपनाने पर जोर दिया। यह प्रस्ताव न केवल संवैधानिक चिंताओं का सामना करता है, बल्कि इसे व्यापक जनविरोध भी झेलना पड़ा है। यह राजनीतिक गतिरोध शाही परिवार के भविष्य के लिए अनिश्चितता को बढ़ाता है।

युवराज हिसाहितो पर बढ़ता बोझ

पूर्व इंपीरियल हाउसहोल्ड एजेंसी के प्रमुख शिंगो हकेटा ने इस स्थिति पर गहरी चिंता व्यक्त की है। उन्होंने चेतावनी दी है कि रुकी हुई बहस ने युवराज हिसाहितो को "शाही परिवार के भाग्य का बोझ अकेले उठाने" के लिए मजबूर किया है। यह एक युवा युवराज पर एक भारी जिम्मेदारी है, जो राजशाही के भविष्य के लिए एकमात्र स्पष्ट पुरुष उत्तराधिकारी हैं।

एक विशेषज्ञ ने इस संकट को और भी स्पष्ट रूप से व्यक्त किया है, यह कहते हुए कि "मौलिक प्रश्न यह नहीं है कि पुरुष या महिला उत्तराधिकार रेखा की अनुमति दी जाए बल्कि यह है कि राजशाही को कैसे बचाया जाए"। यह बयान समस्या की जड़ तक जाता है – यह सिर्फ लिंग-आधारित उत्तराधिकार का मुद्दा नहीं है, बल्कि यह दुनिया की सबसे पुरानी राजशाही के अस्तित्व और प्रासंगिकता का मुद्दा है। यदि शाही परिवार की संख्या घटती रही और उत्तराधिकार की रेखा कमजोर होती रही, तो जापान की राजशाही स्वयं एक महत्वपूर्ण मोड़ पर आ सकती है।

निष्कर्ष: भविष्य की ओर एक महत्वपूर्ण मोड़

युवराज हिसाहितो की वयस्कता का ऐतिहासिक क्षण जापान के शाही परिवार के लिए आशा और संकट दोनों का प्रतीक है। उनकी उपस्थिति क्राइसेंथेमम सिंहासन के लिए तत्काल निरंतरता सुनिश्चित करती है, लेकिन यह पुरुष-केवल उत्तराधिकार प्रणाली की नाजुकता को भी उजागर करती है। वह वर्तमान कानूनों के तहत अंतिम युवा पुरुष उत्तराधिकारी हो सकते हैं जो महिला उत्तराधिकार को बाहर करते हैं।

यह शाही परिवार की उत्तराधिकार दुविधा और राजशाही के भविष्य को बनाए रखने के लिए संभावित सुधारों की आवश्यकता पर प्रकाश डालता है। राजशाही को बचाने और इसकी दीर्घायु सुनिश्चित करने के लिए, जापान को इन मुद्दों पर एक सार्थक बहस करनी होगी और ऐसे समाधान खोजने होंगे जो परंपराओं का सम्मान करते हुए आधुनिक वास्तविकताओं को भी स्वीकार करें। राजनीतिक इच्छाशक्ति और जनसमर्थन के साथ ही जापान अपनी राजशाही के भविष्य को सुरक्षित कर पाएगा, ताकि यह सदियों तक देश के सांस्कृतिक और ऐतिहासिक ताने-बाने का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बनी रहे। जापान की प्राचीन राजशाही के लिए यह वास्तव में एक महत्वपूर्ण मोड़ है।


जापान के युवराज हिसाहितो पर 50 प्रश्न-उत्तर

यहाँ जापान के युवराज हिसाहितो पर 50 प्रश्न-उत्तर दिए गए हैं:

प्रश्न: जापान के युवराज हिसाहितो कितने वर्षों में वयस्कता प्राप्त करने वाले पहले पुरुष उत्तराधिकारी बने हैं?

उत्तर: जापान के युवराज हिसाहितो 40 वर्षों में वयस्कता प्राप्त करने वाले पहले पुरुष उत्तराधिकारी बने हैं।

प्रश्न: युवराज हिसाहितो की वयस्कता समारोह कहाँ आयोजित किए गए थे?

उत्तर: युवराज हिसाहितो की वयस्कता समारोह इंपीरियल पैलेस में आयोजित किए गए थे ।

प्रश्न: युवराज हिसाहितो की उम्र क्या है?

उत्तर: युवराज हिसाहितो 19 वर्ष के हैं ।

प्रश्न: युवराज हिसाहितो क्राइसेंथेमम सिंहासन के उत्तराधिकार की पंक्ति में किस स्थान पर हैं?

उत्तर: युवराज हिसाहितो क्राइसेंथेमम सिंहासन के उत्तराधिकार की पंक्ति में दूसरे स्थान पर हैं ।

प्रश्न: युवराज हिसाहितो के वयस्क होने का क्षण जापान के राजतंत्र के लिए क्या दर्शाता है?

उत्तर: युवराज हिसाहितो के वयस्क होने का क्षण इस पल के महत्व और दुनिया के सबसे पुराने राजतंत्र के सामने बढ़ते संकट दोनों को रेखांकित करता है।

प्रश्न: युवराज हिसाहितो के लिए समारोह सुबह कितने बजे शुरू हुए?

उत्तर: युवराज हिसाहितो के लिए समारोह सुबह 8:45 बजे शुरू हुए।

प्रश्न: युवराज हिसाहितो के समारोह कहाँ से शुरू हुए?

उत्तर: युवराज हिसाहितो के समारोह क्राउन प्रिंस के निवास पर शुरू हुए।

प्रश्न: युवराज हिसाहितो को सम्राट नारुहितो के दूत से क्या प्राप्त हुआ?

उत्तर: युवराज हिसाहितो को सम्राट नारुहितो के दूत से एक पारंपरिक कानमुरी मुकुट प्राप्त हुआ।

प्रश्न: युवराज हिसाहितो ने समारोह की शुरुआत में कौन से कपड़े पहने थे?

उत्तर: युवराज हिसाहितो ने समारोह की शुरुआत में एक टक्सीडो पहना था।

प्रश्न: टक्सीडो के बाद युवराज हिसाहितो ने कौन सी पोशाक पहनी?

उत्तर: टक्सीडो के बाद युवराज हिसाहितो ने अपनी वयस्कता-पूर्व स्थिति का प्रतीक पारंपरिक पोशाक पहनी।

प्रश्न: युवराज हिसाहितो ने इंपीरियल पैलेस तक कैसे यात्रा की?

उत्तर: युवराज हिसाहितो ने शाही घोड़े से चलने वाली गाड़ी से इंपीरियल पैलेस तक यात्रा की।

प्रश्न: मुकुट पहनने की औपचारिक रस्म का क्या नाम था?

उत्तर: मुकुट पहनने की औपचारिक रस्म का नाम काकन-नो-गी (Kakan-no-Gi) था।

प्रश्न: काकन-नो-गी रस्म के दौरान क्या हुआ?

उत्तर: काकन-नो-गी रस्म के दौरान, परिचारकों ने उनके काले रेशमी हेडबैंड को एक वयस्क मुकुट से बदल दिया।

प्रश्न: काकन-नो-गी रस्म के दौरान कौन उपस्थित थे?

उत्तर: काकन-नो-गी रस्म के दौरान सम्राट नारुहितो, महारानी मासाको, और उनके माता-पिता क्राउन प्रिंस अकिशिनो और क्राउन प्रिंसेस किको उपस्थित थे।

प्रश्न: युवराज हिसाहितो की वयस्कता समारोह में एक साल की देरी क्यों हुई?

उत्तर: युवराज हिसाहितो की वयस्कता समारोह में उनके 18वें जन्मदिन से एक साल की देरी हुई ताकि वे विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षाओं पर ध्यान केंद्रित कर सकें।

प्रश्न: युवराज हिसाहितो वर्तमान में किस विश्वविद्यालय में पढ़ रहे हैं?

उत्तर: युवराज हिसाहितो वर्तमान में त्सुकुबा विश्वविद्यालय में जीव विज्ञान का अध्ययन कर रहे हैं [3, summary]।

प्रश्न: युवराज हिसाहितो किस विषय के प्रति विशेष भक्ति व्यक्त करते हैं?

उत्तर: युवराज हिसाहितो ड्रैगनफ्लाइज़ (तितलियों की एक प्रजाति) के प्रति विशेष भक्ति व्यक्त करते हैं [3, summary]।

प्रश्न: युवराज हिसाहितो ने किस विषय पर एक अकादमिक पेपर का सह-लेखन किया है?

उत्तर: युवराज हिसाहितो ने अपनी टोक्यो संपत्ति पर कीट सर्वेक्षण पर एक अकादमिक पेपर का सह-लेखन किया है [3, summary]।

प्रश्न: वर्तमान शाही घराना कानून उत्तराधिकार को कैसे प्रतिबंधित करता है?

उत्तर: वर्तमान शाही घराना कानून शाही वंश में पिता से जन्मे पुरुषों तक ही उत्तराधिकार को प्रतिबंधित करता है।

प्रश्न: हिसाहितो के बाद उत्तराधिकार की पंक्ति प्रभावी रूप से कहाँ समाप्त होती है?

उत्तर: हिसाहितो के बाद उत्तराधिकार की पंक्ति प्रभावी रूप से समाप्त हो जाती है।

प्रश्न: शाही सिंहासन के लिए कितने योग्य उत्तराधिकारी बचे हैं?

उत्तर: शाही सिंहासन के लिए केवल तीन योग्य उत्तराधिकारी बचे हैं।

प्रश्न: वर्तमान में योग्य उत्तराधिकारी कौन-कौन हैं?

उत्तर: वर्तमान में योग्य उत्तराधिकारी क्राउन प्रिंस अकिशिनो (59), प्रिंस हिसाहितो और सम्राट के 89 वर्षीय चाचा प्रिंस हिताची हैं।

प्रश्न: सम्राट नारुहितो की बेटी का नाम क्या है?

उत्तर: सम्राट नारुहितो की बेटी का नाम राजकुमारी आइको है।

प्रश्न: राजकुमारी आइको की उम्र क्या है?

उत्तर: राजकुमारी आइको 23 वर्ष की हैं।

प्रश्न: राजकुमारी आइको को उत्तराधिकार से क्यों बाहर रखा गया है?

उत्तर: राजकुमारी आइको को पुरुष-केवल नीति के तहत उत्तराधिकार से बाहर रखा गया है।

प्रश्न: हालिया सर्वेक्षणों में कितने प्रतिशत जापानी महिलाओं को सिंहासन विरासत में लेने की अनुमति देने का समर्थन करते हैं?

उत्तर: हालिया सर्वेक्षणों में 70 प्रतिशत जापानी महिलाओं को सिंहासन विरासत में लेने की अनुमति देने का समर्थन करते हैं।

प्रश्न: रूढ़िवादी योमीउरी अखबार ने मई में क्या प्रस्ताव जारी किया?

उत्तर: रूढ़िवादी योमीउरी अखबार ने मई में शाही घराना कानून में तत्काल संशोधन का आह्वान करते हुए प्रस्ताव जारी किया ताकि राजकुमारियों के पतियों और बच्चों को शाही दर्जा दिया जा सके।

प्रश्न: उत्तराधिकार संकट को हल करने के राजनीतिक प्रयास कैसे रहे हैं?

उत्तर: उत्तराधिकार संकट को हल करने के राजनीतिक प्रयास बार-बार ठप हो गए हैं।

प्रश्न: लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी के वरिष्ठ सलाहकार का नाम क्या है जो चर्चा में शामिल थे?

उत्तर: लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी के वरिष्ठ सलाहकार तारो आसो थे जो चर्चा में शामिल थे।

प्रश्न: संवैधानिक डेमोक्रेटिक पार्टी के नेता का नाम क्या है जो चर्चा में शामिल थे?

उत्तर: संवैधानिक डेमोक्रेटिक पार्टी के नेता योशिहिको नोडा थे जो चर्चा में शामिल थे।

प्रश्न: तारो आसो और योशिहिको नोडा के बीच बातचीत कब टूटी?

उत्तर: तारो आसो और योशिहिको नोडा के बीच बातचीत जून में टूटी।

प्रश्न: शुरुआत में किस बात पर प्रगति होती दिख रही थी?

उत्तर: शुरुआत में महिला सदस्यों को शादी के बाद शाही दर्जा बनाए रखने की अनुमति देने पर प्रगति होती दिख रही थी।

प्रश्न: चर्चाएँ क्यों ढह गईं?

उत्तर: चर्चाएँ तब ढह गईं जब आसो ने विलुप्त शाही शाखाओं से पुरुष वंशजों को भी अपनाने पर जोर दिया।

प्रश्न: आसो के प्रस्ताव को किन चुनौतियों का सामना करना पड़ता है?

उत्तर: आसो के प्रस्ताव को संवैधानिक चिंताओं और सार्वजनिक विरोध का सामना करना पड़ता है।

प्रश्न: पूर्व इंपीरियल हाउसहोल्ड एजेंसी प्रमुख का नाम क्या है?

उत्तर: पूर्व इंपीरियल हाउसहोल्ड एजेंसी प्रमुख शिंगो हाकेटा हैं।

प्रश्न: शिंगो हाकेटा ने किस बात की चेतावनी दी?

उत्तर: शिंगो हाकेटा ने चेतावनी दी कि ठप पड़ी बहस ने हिसाहितो को "शाही परिवार के भाग्य का बोझ खुद उठाने" के लिए मजबूर कर दिया है।

प्रश्न: एक विशेषज्ञ ने राजतंत्र को बचाने के बारे में क्या टिप्पणी की?

उत्तर: एक विशेषज्ञ ने टिप्पणी की, "मौलिक सवाल यह नहीं है कि पुरुष या महिला उत्तराधिकार रेखा की अनुमति दी जाए बल्कि यह है कि राजतंत्र को कैसे बचाया जाए"।

प्रश्न: युवराज हिसाहितो के वयस्क होने को किस चीज से चिह्नित किया गया?

उत्तर: युवराज हिसाहितो के वयस्क होने को इंपीरियल पैलेस में विस्तृत वयस्कता समारोहों से चिह्नित किया गया [summary]।

प्रश्न: युवराज हिसाहितो त्सुकुबा विश्वविद्यालय में किस विषय के छात्र हैं?

उत्तर: युवराज हिसाहितो त्सुकुबा विश्वविद्यालय में जीव विज्ञान के छात्र हैं [summary]।

प्रश्न: युवराज हिसाहितो ने अपने निवास स्थान पर किस विषय पर शोध पत्र का सह-लेखन किया है?

उत्तर: युवराज हिसाहितो ने अपने निवास स्थान पर कीड़ों पर एक शोध पत्र का सह-लेखन किया है [summary]।

प्रश्न: युवराज हिसाहितो की वयस्कता किस बारे में चिंताओं के बीच महत्वपूर्ण है?

उत्तर: युवराज हिसाहितो की वयस्कता जापान की पुरुष-केवल उत्तराधिकार प्रणाली के भविष्य के बारे में चिंताओं के बीच महत्वपूर्ण है [summary]।

प्रश्न: वर्तमान कानूनों के तहत हिसाहितो कौन से अंतिम युवा पुरुष उत्तराधिकारी हो सकते हैं?

उत्तर: वर्तमान कानूनों के तहत हिसाहितो अंतिम युवा पुरुष उत्तराधिकारी हो सकते हैं जो महिला उत्तराधिकार को बाहर करते हैं [summary]।

प्रश्न: समारोहों में और क्या शामिल था जो सारांश में उल्लिखित है?

उत्तर: समारोहों में पारंपरिक अनुष्ठान, सर्वोच्च ऑर्डर ऑफ द क्राइसेंथेमम का ग्रैंड कॉर्डन प्राप्त करना, और पवित्र शिंटो स्थलों और प्रधान मंत्री के दौरे शामिल थे [summary]।

प्रश्न: युवराज हिसाहितो के वयस्क होने से शाही परिवार की किस समस्या पर प्रकाश पड़ता है?

उत्तर: युवराज हिसाहितो के वयस्क होने से शाही परिवार की उत्तराधिकार दुविधा और राजतंत्र के भविष्य को बनाए रखने के लिए संभावित सुधारों की आवश्यकता पर प्रकाश पड़ता है [summary]।

प्रश्न: युवराज हिसाहितो ने अपनी वयस्कता-पूर्व स्थिति का प्रतीक कैसे बनाया?

उत्तर: युवराज हिसाहितो ने टक्सीडो पहनने के बाद पारंपरिक पोशाक पहनकर अपनी वयस्कता-पूर्व स्थिति का प्रतीक बनाया।

प्रश्न: सम्राट नारुहितो के दूत ने हिसाहितो को मुकुट कहाँ सौंपा?

उत्तर: सम्राट नारुहितो के दूत ने हिसाहितो को क्राउन प्रिंस के निवास पर मुकुट सौंपा।

प्रश्न: हिसाहितो के अलावा, क्राउन प्रिंस अकिशिनो की वर्तमान उम्र क्या है?

उत्तर: हिसाहितो के अलावा, क्राउन प्रिंस अकिशिनो की वर्तमान उम्र 59 वर्ष है।

प्रश्न: सम्राट के चाचा, प्रिंस हिताची की वर्तमान उम्र क्या है?

उत्तर: सम्राट के चाचा, प्रिंस हिताची की वर्तमान उम्र 89 वर्ष है।

प्रश्न: जापान में शाही संस्था को किस तरह की चुनौती का सामना करना पड़ रहा है?

उत्तर: जापान में शाही संस्था को एक अस्तित्वगत चुनौती का सामना करना पड़ रहा है।

प्रश्न: योमीउरी अखबार ने अपने प्रस्ताव में किनके बच्चों और पतियों को शाही दर्जा देने की बात कही?

उत्तर: योमीउरी अखबार ने अपने प्रस्ताव में राजकुमारियों के पतियों और बच्चों को शाही दर्जा देने की बात कही।


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